भूकम्प प्रभावित क्षेत्र या पेटी
परिप्रशांत महासागरीय पेटी
- विश्व के लगभग 63 प्रतिशत भूकम्प इसी क्षेत्र में आते हैं। यह दो शाखाओं में विभाजित है-पहली शाखा एशिया के कमचटका प्रायद्वीप से लेकर क्यूराइल एवं जापान, फिलीपींस एवं पूर्वी द्वीप समूहों तक फैली हुई है तथा दूसरी शाखा चिली, पेरू, मध्य अमेरिका से होती हुई अलास्का तक जाती है।
- इस क्षेत्र में भूकम्प का सीधा संबंध प्लेटों के अभिसरण, भ्रंशन एवं ज्वालामुखी सक्रियता से है।यहां पर गहरे, छिछले एंव मध्यम, तीनों प्रकार के भूकम्पीय उद्गम क्षेत्र पाए जाते हैं।
मध्य महाद्वीपीय पेटी
- इस क्षेत्र में विश्व के लगभग 21 प्रतिशत भूकम्प प्लेटों के अभिसरण के कारण आते हैं, जो भ्रंशमूलक तथा संतुलनमूलक होते हैं।
- यह पेटी पुर्तगाल, स्पेन, इटली, यूनान, तुर्की, ईरान तथा उत्तरी भारत, चीन एवं म्यांमार तक फैली है।
- भूकम्प से प्रभावित क्षेत्रों में भारत का हिमालय एवं म्यांमार की पहाड़ियां तथा यूरोप का आल्पस इसी क्षेत्र में आता है। इसको 'अल्पाइन पेटी' (अल्प्स एवं हिमालय) भी कहते हैं।
मध्य अटलांटिक पेटी
- सामान्यतः इस पेटी में कम तीव्रता वाले भूकम्प आते हैं, जो प्लेटों के अपसरण से रूपांतरण भ्रंश के निर्माण एवं दरारी ज्वालामुखी उद्गार के कारण आते हैं।
- यह उत्तर में आइसलैंड से लेकर दक्षिण में 'बोवेट द्वीप' तक फैली हुई है। इस पेटी के ज्यादातर भूकम्प विषुवत रेखा के पास के क्षेत्रों में आते हैं।
अन्य क्षेत्र
- पूर्वी अफ्रीकन पेटी।
- हिंद महासागरीय पेटी।