खनिज संसाधन
- भारत में अनेक प्रकार के खनिज पाए जाते हैं ।
- खनिजों की उपस्थिति का संबंध देश की भूगर्भिक संरचना से जुड़ा है । उदाहरणस्वरूप, लौह अयस्क एवं मैंगनीज के भंडार देश की प्रीकैम्ब्रियन संरचना (धारवाड़ शैल समूह) में पाए जाते हैं ।
- ताँबा, शीशा और जस्ता अरावली क्षेत्र की धारवाड़ संरचना में पाए जाते हैं । धारवाड़ और कुडप्पा शैल समूहों में धात्विक खनिज पाए जाते हैं । चूनापत्थर, डोलोमाइट, जिप्सम, आदि कुडप्पा एवं विंध्यन शैल-समूहों में मिलते हैं ।
- पेट्रोलियम टर्शियरी संरचना में पाये जाते हैं ।
खनिजों को निम्न दो भागों में बांटा जाता है -
धात्विक खनिज
- इसके अंतर्गत लौह अयस्क, मैंगनीज, टंगस्टन, ताँबा, शीशा, जस्ता, बॉक्साइट, सोना, चाँदी, टिन, इल्मेनाइट आदि खनिज आते हैं ।
- धात्विक खनिज को दो भागों में बाँटा जाता है- लौह खनिज एवं अलौह खनिज । लौह खनिज के अंतर्गत लौह अयस्क, मैंगनीज, क्रोमियम, निकेल, टंगस्टन, कोबाल्ट आदि धात्विक खनिजों को रखा जाता है । इन खनिजों में लोहे का अंश पाया जाता है ।
- अलौह खनिज के अंतर्गत ताँबा, एल्युमीनियम, टिन, सीसा, सोना, चाँदी, प्लेटिनम, जिंक आदि धात्विक खनिज को रखा जाता है ।
अधात्विक खनिज
- इसके अंतर्गत अभ्रक, एसबेस्टस, पाइराइट, नमक, गंधक, हीरा, संगमरमर, चूना-पत्थर, जिप्सम, नाइट्रेट, ग्रेनाइट आदि खनिज आते हैं ।