इससभ्यताकेअबतक350सेअधिक स्थलों की पहचान की जा चुकी है।इनमें से अधिकांशस्थल(लगभग200)गुजरातमें पाए गये हैं।
विभाजनकेपूर्वउत्खनितअधिकांशस्थलविभाजन(1947) के बादपाकिस्तानमेंचलेगये।अपवादस्वरूपदोस्थलकोटलानिहंगखां(रोपड़)सतलजनदीपरतथारंगपुरमादरनदीतटपर(काठियावाड़)भारतीयसीमाक्षेत्रमेंशेषबचेहैं।