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सड़क परिवहन

भारत में सड़क परिवहन का महत्व  प्राचीन काल से रहा है । इसका निर्माण एवं रख-रखाव रेल परिवहन की तुलना में सस्ता है । यह गाँवों एवं शहरों को जोड़ती है । स्वतंत्रता के बाद से सड़कों की लम्बाई में आठ गुनी वृद्धि हुई है । भारत की सड़क प्रणाली विश्व की तीसरी बड़ी सड़क प्रणाली है । देश के सड़क नेटवर्क को चार भागों बाँटा गया है

 राष्ट्रीय राजमार्ग/एक्सप्रेस मार्ग            -           70,548 कि.मी.

 राज्यों के राजमार्ग                            -             1,28,000 कि.मी.

 बड़ी एवं अन्य जिला सड़कें               -             4,70,000 कि.मी.

ग्रामीण सड़कें                                  -             26,50,000 कि.मी.

 

राष्ट्रीय राजमार्ग

ये वे सड़के हैं, जिनके निर्माण एवं मरम्मत की जिम्मेदारी केन्द्र सरकार की होती है । ये प्रांतीय राजधानियों एवं अन्य शहरों को जोड़ती   हैं । राष्ट्रीय राजमार्ग की लम्बाई देश की कुल सड़कों की लम्बाई की मात्र 1.58% है किन्तु ये सड़कें यातायात के लगभग 40% भाग का भार वहन करती  हैं ।

प्रमुख राष्ट्रीय राजमार्ग

 राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 1-  यह दिल्ली से अमृतसर के बीच है (वाया अम्बाला, जलंधर)।

राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 1 'A' –  जलंधर को श्रीनगर से जोड़ता है (वाया माधोपुर, जम्मू, बनिहाल) यह सड़क मार्ग बनिहाल दर्रे (जवाहर टनल) से होकर गुजरती है । यह जम्मू को श्रीनगर से जोड़ने वाला एक मात्र सड़क मार्ग है ।

राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 1 'B' — यह जम्मू-कश्मीर में 'बाटोट-दोदा-किश्तवार' के मध्य है ।

राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-2 — यह दिल्ली को कोलकाता से जोड़ता है (वाया मथुरा, आगरा, कानपुर, इलाहाबाद, वाराणसी, मोहनिया, बरही, पलसित-विद्यावती । 

शेरशाह द्वारा बनवाया गया प्रसिद्ध ग्रेंड ट्रंक रोड' (पेशावर से कोलकाता) भारत में N. H. 1    एवं N. H.2 का सम्मिलित रूप है ।

राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 3 -  यह आगरा के मुंबई से जोड़ता है (वाया-ग्वालियर, इंदौर, धूले, नासिक)।

राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 4 - यह ठाणे (मुंबई के पास) को चेन्नई से जोड़ता है । (वाया बेलगावं, हुबली, बेंगलुरु, रानीपेट)

राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 5 - यह चेन्नई के बारागोड़ा से जोड़ता है । (वाया-विजयवाड़ा, विशाखापत्तनम, भुवनेश्वर, कटक) बहारागोड़ा के पास यह N.H-6 से मिल जाता है ! 

राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 6 - यह हजीरा (गुजरात) को कोलकाता से जोड़ता है । (वाया-थूले, नागपुर, रायपुर, संबलपुर, बहरागोड़ा) यह मुंबई को कोलकाता से जोड़ने वाला मार्ग भी है । N. H -3 और N. H-6 धूले में मिलते   हैं ।

राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 7 - यह वाराणसी से प्रारंभ होकर कन्याकुमारी तक जाने वाला भारत का सबसे लम्बा (2,369km) राष्ट्रीय राजमार्ग है (वाया-रीवा, जबलपुर, नागपुर, हैदराबाद, कुर्नूल, बैंगलुरु, सेलम, मदुरई, कन्याकुमारी ) ।  

राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 8 - यह दिल्ली को मुंबई से जोड़ता है (वाया जयपुर, अजमेर, उदयपुर, अहमदाबाद, वड़ोदरा ) । 

राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 8 A -    यह मांडवी बन्दरगाह को अहमदाबाद से जोड़ता है (वाया-मुंद्रा, कांडला, भरुच, लिम्बडी) । 

राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 8E - यह द्वारा को सोमनाथ से जोड़ता है ।

राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 9 - यह पुणे को मछलीपत्तनम से जोड़ता है (वाया-शोलापुर, हैदराबाद, विजयवाड़) ।  

राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 10 - यह दिल्ली को फाजिल्का (पाकिस्तान की सीमा पर स्थित) से जोड़ता है ।

राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 11 - यह आगरा को बीकानेर से जोड़ता है (वाया जयपुर, शिकार)।

राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 15 - यह पठानकोट से समुख्याली (कच्छ जिला, गुजरात) तक जाने वाला राजमार्ग है । (वाया - अमृतसर, भटिंडा, गंगानगर, बीकानेर, जैसलमेर, बाड़मेर) । यह थार के मरुस्थल से गुजरने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग है ।

राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 17 - यह पनवेल (नवी-मुंबई) को एडापल्ली (कोचीन के निकट, केरल) से जोड़ता है ।

राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 24 - यह दिल्ली को लखनऊ से जोड़ता है (वाया-बरेली)।

राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 30 - मोहनिया (कैमूर जिला, बिहार) से बख्तियारपुर (बिहार) तक जाने वाला राजमार्ग (वाया आरा, पटना, फतुहा)।

राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 31 - बरही (तिलैया के पास, हजारीबाग जिला, झारखण्ड) से गुवाहाटी तक जाने वाला राजमार्ग (वाया बख्तियापुर, मोकामा, बरीनी, पूर्णिया, सिलीगुड़ी, कूच बिहार, पांडू )है  । यह एक मात्र राष्ट्रीय राजमार्ग है जो उत्तर-पूर्वी भारतीय राज्यों (Seven Sisters) को शेष भारत से जोड़ता है । बरही में N. H - 2, N. H - 31, N.H-33 मिलती हैं । 

राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 47 - सेलम (तमिलनाडु) से कन्याकुमारी तक जाने वाला राजमार्ग      (वाया-कोयम्बटूर, एर्नाकुलम (केरल), तिरुअनंतपुरम (केरल), कन्याकुमारी (तमिलनाडु) ।

राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 48 - नेलामंगला (बेंगलुरु के पास) से मंगलौर तक जाने वाला राजमार्ग   (वाया-हसन) ।

राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 49 - कोच्चि (केरल) से धनुषकोड़ी (पम्बन द्वीप, तमिलनाडु) तक जाने वाला राजमार्ग (वाया-मदुरई) ।

  • धूले में N.H-3 और N. H-6 मिलते हैं ।
  • आगरा में N . H - 2 और N.H-3 मिलते हैं । 
  • नागपुर में N.H-6 और N.H-7 मिलते हैं ।   

एक्सप्रेस राजमार्ग 

  • तेज व्यापारिक वाहनों को कम अवधि में गंतव्य तक पहुँचाने हेतु एक्सप्रेस राजमार्ग बनाया गया है । ये राजमार्ग प्रायः 4 एवं 6 लेन वाली होती हैं । कुछ उदाहरण-पुणे-मुंबई एक्सप्रेस राजमार्ग, दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस राजमार्ग (वाया जयपुर), ग्रेट डेक्कन राजमार्ग (N. H -7), आदि )
  • देश में सड़क यातायात व्यवस्था को सदृढ़ एवं तीव्र करने हेतु सरकार ने स्वर्णिम चतुर्भुज एवं उत्तर-दक्षिण तथा पूर्व-पश्चिम कॉरिडोर सड़कों के निर्माण करने की योजना बनायी है ।

 

स्वर्णिम चतुर्भुज योजना ( कुल लम्बाई-5,846 कि.मी.) 

  • इसके तहत देश के चार बड़े मेगा सिटी—दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, कोलकाता को जोड़ने वाली सड़कों को उच्च गुणवत्ता युक्त (4–6 लेन वाली) बनाने की योजना है । इसका अधिकतर कार्य पूरा हो गया है ।

 

उत्तर-दक्षिण, पूर्व-पश्चिम कॉरिडोर योजना ( कुल लम्बाई 7,300 कि.मी.)

  • उत्तर-दक्षिण कॉरिडार के अन्तर्गत श्रीनगर को कन्याकुमारी से तथा पूर्व-पश्चिम कॉरिडोर के अन्तर्गत सिल्चर (असम) को पोरबन्दर (गुजरात) से उच्च गुणवत्ता युक्त महामार्गों द्वारा जोड़ने की योजना है । उत्तर-दक्षिण एवं पूर्व-पश्चिम कॉरिडोर एक दूसरे को झांसी में काटती है ।
  • प्रथम चरण के अन्तर्गत स्वर्णिम चतुर्भुज सड़कों को, द्वितीय चरण के तहत करिडोर सड़कों को पूरा किया गया । तीसरे चरण में देश के 12 प्रमुख बंदरगाहों को जोड़ने वाली सड़कों को 4 लेन वाली बनाने की योजना है (सागरमाला परियोजना के तहत) ।
  • उपर्युक्त सभी योजनाएँ राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) द्वारा कार्यान्वित की जा रही हैं ।

 

प्रांतीय राजमार्ग

  • प्रांतीय राजमार्गों के निर्माण और रख-रखाव का दायित्व राज्य सरकार पर होता है यह राज्य के सभी बड़े कस्बों एवं नगरों को जोड़ती है । प्रांतीय राजमार्ग की सबसे अधिक लम्बाई महाराष्ट्र में है । इसके बाद क्रमशः गुजरात, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश और राजस्थान का स्थान आता है ।

जिला सड़कें  

 ये सड़कें जिला बोर्डों के अधीन होती हैं जो कस्बों और बड़े गांवों को आपस में जोड़ने के अलावा, उन्हें जिला मुख्यालय से जोड़ती हैं ।  

ग्रामीण सड़कें 

ये सड़कें परस्पर गाँवों को जोड़ती हैं । प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत भारत के सभी गाँवों को बारहमासी सड़कों द्वारा जोड़ने की योजना है ।

सीमावर्ती सड़के 

सीमा सड़क संगठन (B. R.O) की स्थापना 1960 में देश के सीमावर्ती सड़कों के विकास के लिए किया गया था । इन सड़कों का सामरिक महत्व है, अतः इनके रख-रखाव पर सरकार का विशेष ध्यान है । 

                          कुछ महत्वपूर्ण तथ्य

सड़क घनत्व दो रूपों में व्यक्त किया जाता है-

(1) प्रति हजार वर्ग कि. मी. क्षेत्रफल पर सड़कों की कुल लम्बाई (कि.मी. में)

(2) प्रति हजार व्यक्ति पर सड़कों की कुल लम्बाई (कि.मी. में)

  • यदि प्रति हजार वर्ग कि.मी. पर सड़कों की कुल लम्बाई को देखें तो केरल (5268.69 कि. मी.) का स्थान प्रथम है , इसके बाद क्रमशः त्रिपुरा (3026.23 कि.मी.), असम (2936.51 कि.मी.), गोवा (2854, 94 कि.मी.) एवं पश्चिम बंगाल (2386.09 कि.मी.) का स्थान है ।
  • यदि प्रति हजार व्यक्ति पर सड़कों की कुल लम्बाई को देखें तो अरुणाचल प्रदेश (13,77 कि.मी.) का स्थान प्रथम है, इसके बाद क्रमशः नागालैंड (10.27 कि.मी.), त्रिपुरा (9.09 कि.मी.), असम (7.83 कि.मी.) का स्थान है ।
  • भारत में राष्ट्रीय राजमार्ग (NH) की कुल लम्बाई 66,754 कि.मी. है जो देश की कुल सड़क लम्बाई  (42,36,429 कि. मी.) का 1.58 % है । 

राज्यवार राष्ट्रीय राजमार्गों की कुल लम्बाई (घटते क्रम में)

उत्तर प्रदेश (6774 कि.मी.) > राजस्थान     (5585 कि.मी.) > मध्य प्रदेश (5027 कि. मी.) > तमिलनाडु (4832 कि. मी.)

  • राज्यवार राष्ट्रीय जलमार्ग की सबसे कम लम्बाई सिक्किम (62 कि. मी.) में है ।
  • केंद्रशासित प्रदेशों में NH की सर्वाधिक लम्बाई अंडमान और निकोबार द्वीप समूह (300 कि.मी.) में    है । दादरा एवं नागर हवेली, दमन एवं दीव तथा लक्षद्वीप में NH की लम्बाई शून्य है ।

2008 के आँकड़ों के अनुसार राज्यवार सड़कों की कुल लम्बाई (घटते क्रम में)

   आंध्र प्रदेश (3,45,012 कि. मी.) > उत्तर प्रदेश (2,84,673 कि.मी.) > कर्नाटक (2,53,901 कि.मी.) > असम (2,30,334       कि.मी.) > महाराष्ट्र (2,23,322 कि.मी.)

  • राज्यवार सड़कों की सबसे कम लम्बाई सिक्किम (1,873 कि.मी.) में है ।
  • केंद्रशासित प्रदेशों में दिल्ली में सड़क लम्बाई सर्वाधिक (29,559 कि.मी.) है तथा लक्षद्वीप में न्यूनतम (168 कि.मी.) है ।

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