1: निम्नलिखित में से किस विद्वान ने स्वतंत्रता के प्रारंभिक वर्षो की भारत की दलीय व्यवस्था को एक दलीय प्रभुत्ववाली व्यवस्था के रूप में वर्णित किया ?
(A) माइनर वीनर
(B) रजनी कोठारी
(C) आस्टिन
(D) भीखू पारीख
रजनी कोठरी ने स्वतंत्रता संग्राम के प्रारंभिक वर्षो की भारत दलीय व्यवस्था को एक दलीय प्रभुत्ववाली व्यवस्था के रूप में वर्णन किया है। रजनी कोठारी प्रसिद्व शिक्षाविद, लेखक और राजनीतिक सिद्वांतकार थे।
1: Which of the following scholars described India's party system of early years of independence as a party dominated system?
(A) Minor wiener
(B) Rajni kothari
(C) Austin
(D) Bhikhu Pariikh
Rajni Kothari described the Indian party system of the early years of the freedom struggle as a party dominated system. Rajni Kothari was a renowned educationist, writer and political theorist.
2: निम्नलिखित में से किसे एक दबाव समूह माना जा सकता है ?
(A) लोक सभा सदस्य
(B) पंचायत सदस्य
(C) मंत्रिमंडल सदस्य
(D) मजदूर संघ के सदस्य
मजदूर संघ के सदस्य को दबाव समूह माना जा सकता है। जब कोई संगठन अपने सदस्यों के हितों की पूर्ति के लिए राजनीतिक सत्ता को प्रभावित करता है और हितों की पूर्ति के लिए दबाव बनाता है, तो उस संगठन को दबाव समूह कहते है।
दबाव समूह शब्द का प्रयोग उन हित-समूहों के लिये किया जाता है जिनके प्रभाव डालने के तरीके सामान्य माध्यमों की अपेक्षा अधिक दबावपूर्ण होते हैं। ये समूह अपने लक्ष्यों की प्राप्ति के लिये दबाव के अतिरिक्त असंवैधानिक तरीके अपनाने से भी नहीं हिचकिचाते हैं।
दबाव समूह ऐसे ही संगठन है जो औपचारिक रूप से राजनीतिक प्रक्रिया में भाग नहीं लेते, न ही अपने उम्मीदवार खड़े करते हैं। इसके बजाय वे अपने सदस्यों के हितों की प्राप्ति के लिये राजनीति को प्रभावित करते हैं। वर्तमान समय में ‘नागरिक समाज संगठनों’ को प्रमुख दबाव समूह के रूप में देखा जाता है।
दबाव समूह की भूमिका:
• दबाव समूह आम जनता एवं सरकार के बीच एक कड़ी एवं संचार का साधन के रूप में कार्य करते हैं तथा लोकतंत्र में व्यापक भागीदारी संभव बनाते हैं।
• दबाव समूह सामाजिक एकता के प्रतीक हैं क्योंकि ये व्यक्तियों के सामान्य हितों की अभिव्यक्ति के लिये जन साधारण और निर्णय लेने वालों के बीच अंतर को कम करते हैं तथा पूरे समाज में परंपरागत विभाजन को भी कम करने का कार्य करते हैं।
• दबाव समूह एक संगठित हित समूह है जो अपने-अपने समूह के हितों के पक्ष में सरकारी नीतियों को प्रभावित करते हैं तथा राजनीतिक जागरूकता एवं सदस्यों की सहभागिता में वृद्धि करते हैं।
2: Which of the following can be considered a pressure group?
(A) Lok Sabha member
(B) Panchayat Member
(C) Cabinet member
(D) Trade union member
Labor union members can be considered a pressure group. When an organization influences political power to fulfill the interests of its members and creates pressure to fulfill those interests, then that organization is called a pressure group.
The term pressure group is used for those interest groups whose methods of influencing are more coercive than normal means. These groups do not hesitate to adopt pressure and unconstitutional methods to achieve their goals.
Pressure groups are such organizations which do not formally participate in the political process, nor do they field their candidates. Instead they influence politics to achieve the interests of their members. At present, ‘civil society organizations’ are seen as major pressure groups.
Role of pressure group:
• Pressure groups act as a link and means of communication between the general public and the government and make wider participation possible in democracy.
• Pressure groups are symbols of social unity because they bridge the gap between the common people and decision makers for the expression of common interests of individuals and also work to reduce traditional divisions throughout society.
• Pressure group is an organized interest group which influences government policies in favor of the interests of their respective group and increases political awareness and participation of members.