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बायोम

  • जीवमंडल को वनस्पतियों के आधार पर विभिन्न पारिस्थितिक तंत्र में विभाजित करते हैं | इस तरह के वनस्पति प्रधान को पारिस्थितिक तंत्र कहते हैं | जब पारिस्थितिक रूप में समस्त पादप तथा प्राणियों का सम्मिलित रूप से अध्ययन किया जाता है तो इसे बायोम या जीवोम कहा जाता है |
  • सामान्य रूप में बायोम के अंतर्गत महाद्वीप के उन सभी भागों के समस्त पादप तथा प्राणियों को शामिल किया जाता है, जिनकी सामान्य विशेषताएं उस समस्त भूभाग में प्रायः समान होती हैं |
  • बायोम के अंतर्गत प्रायः स्थलीय भाग के सभी पादप तथा प्राणी समुदायों को भी सम्मिलित किया जाता है | क्योंकि सागरीय बायोम का निर्धारण कठिन होता है जबकि इस संबंध में प्रयास किए गए हैं | यद्यपि बायोम  में पादप तथा जंतु दोनों को शामिल किया जाता है तथापि हरे पौधों का ही प्रभुत्व होता है क्योंकि इनका सकल बायोमास जंतुओं की तुलना में बहुत अधिक होता है |

 

बायोम के सामान्य लक्षण- पौधों तथा प्राणियों का सामूहिक समुच्चय ही बायोम कहलाता है |  जिसमें कुछ सामान्य लक्षण सृजित हो जाते हैं | जिससे एक जीवोम इकाई दूसरे से भिन्न होती है | प्रत्येक बायोम में सामान्य रूप से निम्नलिखित लक्षण होते हैं-

  • बायोम में पौधे तथा प्राणियों में अंतर्संबंध विद्यमान रहता है जिनके मध्य प्रतिक्रिया  निरंतर सक्रिय रहती है|
  •  वनस्पतियाँ किसी बायोम के प्रधान लक्षणों को अभिव्यक्त करती हैं |  
  •  बायोम विशेष में साम्यता परिलक्षित होती है परिणामस्वरूप एक बायोम इकाई का सृजन होता है |
  • दो बायोम के मध्य एक संक्रमण प्रदेश होता है जिसमें दोनों के लक्षण थोड़ी मात्रा में उपस्थित होते हैं |

 

बायोम का वर्गीकरण- विश्व की बायोम को विभिन्न आधारों जैसे जलवायु, वनस्पति, मृदा जल की दशा, ऊष्मा, पौधों का वृद्धि रूप आदि पर अलग-अलग रूपों में विभाजित किया गया है |  

 

आवास की प्रकृति के आधार पर वर्गीकरण 

विश्व के बयोम को निम्न दो वृहद समूहों में विभाजित किया गया है -

  • थल बायोम
  • जलीय बायोम

थल बायोम -

मुख्य स्थल बायोमों  को सरलीकृत  योजना जो विभिन्न अक्षांशों पर पारि प्रवणताओं पर व्यवस्थित किए गए हैं और जिसमें पादप समुदायों की संरचना पर  आर्द्रता तथा तापमान का प्रमुख प्रभाव दर्शाया गया है |

जलीय बायोम -

जलीय क्षेत्र पृथ्वी की सतह के 70% से भी अधिक भाग में विस्तृत हैं और उनमें भी उतनी ही प्रजाति विविधता पाई जाती है  जितनी की अन्य बयोमों में | लवण की मात्रा के आधार पर जलीय पारितंत्रो को निम्नलिखित तीन प्रकार के पारितंत्र में विभाजित किया जा सकता है-

  • अलवण जलीय  पारितंत्र
  •  समुद्री परितंत्र
  •  ज्वारनदमुख पारितंत्र

 

जलवायु के आधार पर वर्गीकरण-

 जबकि स्थलीय तथा जलीय भागों में पादपों तथा जंतुओं की विकासीय श्रृंखलाओं में अंतर होता है  तथापि धरातल पर वनस्पति तथा जंतुओं के वितरण प्रतिरूप तथा वर्तमान जलवायु प्रकारों में गहरा संबंध दृष्टिगत होता है | अतः वनस्पति तथा जंतुओं के वितरण प्रतिरूप एवं जलवायु प्रकारों में संबंध के आधार पर विभिन्न बायोम प्रकारों के निर्धारण का प्रयास किया गया है | क्योंकि बायोम  में वनस्पति का सर्वाधिक प्रभावित होता है तथा वनस्पति एवं जलवायु में गहरा संबंध होता है इसलिए जलवायु के आधार पर विश्व के बायोम निम्नलिखित प्रकार के होते हैं-

बायोम: एक नजर में (Biome: At a Glance)

बायोम

स्थान

जलवायु

मृदा

पादप

प्राणी

मरुस्थल

(Desert)

मध्य अक्षांश

सामान्यतः अत्यधिक गर्म दिन, ठंडी रातें, वर्षा एक वर्ष में 10 इंच से कम

पादप एवं अपघटक की कमी, लेकिन खनिज में सम्रद्ध |

पादप विहीन से लेकर कैंकटाई, गुच्छेदार घास, झाड़ियां एवं कुछ पेंड़ों तक |

सांप, छिपकली, कीड़े, छोटे पक्षी | अफ़्रीका का सहारा मरुस्थलीय ऊंट, गजेल्स, एंटीलोप, छोटी लोमड़ी, सांप, छिपकली आदि |

टुंड्रा

(Tundra)

उच्च उत्तरी अक्षांश

बहुत ठंडी, कठोर लंबी शीत ऋतु, छोटी एवं ठंडी ग्रीष्म ऋतु |

पोषण स्तर कम, कुछ इंच निचे परमाफ्रॉस्ट स्तर का पाया जाना |

घास, जंगली फूल, माँस, छोटे शाक |

मस्क ऑक्सेन, प्रवासी कैरिबू, आर्कटिक लोमड़ी, उल्लू, हॉक,रोडेन्ट्स,ध्रुवीय भालू |

घास स्थल (Grass Land)

मध्य अक्षांश,महाद्वीपों के आंतरिक भाग

शीत ऋतु में ठंडा,ग्रीष्म ऋतु में गर्म,एक वर्ष में 25-75 सेंटीमीटर वर्षा।

उच्च पोषक तत्त्व युक्त ऊपरी मृदा।

ज्यादातर घास एवं छोटे शाक, कुछ पेड़ जल स्रोतों के नजदीक।

अमेरिकी घास के मैदान में प्रेयरी कुत्ते,लोमड़ी, छोटे स्तनधारी, साँप,कीडे, कई प्रकार के पक्षी। अफ्रीका के घास के मैदान में हाथी, शेर, जेब्रा,जिराफ आदि।

पर्णपाती वन (Deciduous Forest)

मध्य अक्षांश

सापेक्षिक रूप से सौम्य ग्रीष्म ऋतु एवं ठंडी शीत ऋतु, एक वर्ष में 76 से 127सेंटीमीटर वर्षा।

पोषक तत्त्व युक्त मिट्टी

कठोर लकड़ी, जैसे- ओक, बीचेज,हिकोरिज, मैपल्स

भेड़िया, हिरण, भालू एवं छोटे स्तनधारी की कई प्रजातियाँ,पक्षी, उभयचर, साँप एवं कीड़े।

टैगा (Taiga)

मध्य से उच्च अक्षांश

अत्यधिक ठंडी शीत ऋतु,  गर्म एवं आर्द्र ग्रीष्म ऋतु,एक वर्ष में 50 सेंटीमीटर वर्षा।

अम्लीय, खनिज पदार्थ की कमी।

ज्यादातर स्पूस, फर एवं दूसरे सदाबहार वृक्ष।

रोडेन्ट्स, लिनक्स,कैरीबू, भालू,भेड़िया, स्नोशू हेयर।

उष्णकटिबंधीय वर्षा वन (Tropical Rain Forest)

विषुवत् वृत्त के नजदीक

पूरे वर्ष गर्मी, एक वर्ष में 200 सेंटीमीटर से अधिक वर्षा।

पोषक तत्त्व कम

जैवमंडल का सबसे बड़ा विविधता वाला प्रदेश, ऑर्किड, फर्न एवं पेड़ों की कई प्रजातियाँ।

किसी और जगह की अपेक्षा कीड़ों,सरीसृप एवं उभयचर प्रजातियों की बहुलता। बंदर,दूसरे छोटे एवं बड़े स्तनधारी, कुछ जगहों पर हाथी एवं सभी प्रकार के रंग-बिरंगे पक्षी।

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