1: 'आर्थिक बहाव के सिद्धान्त' की बात सर्वप्रथम किसने की थी ?
(A) गोपालकृष्ण गोखले
(B) मोहम्मद अली जिन्ना
(C) दादाभाई नौरोजी
(D) श्यामजी कृष्ण वर्मा
सर्वप्रथम दादाभाई नौरोजी ने भारत से धन निष्कासन या आर्थिक बहाव के सिद्धान्त की व्याख्या की थी । उन्होंने अपनी पुस्तक 'Indian Poverty and Un-British Rule in India, 'England Debt to India' के माध्यम से भारतीय धन के ब्रिटेन की ओर प्रवाह की तरफ लोगों का ध्यान आकृष्ट कराया।
2: रैयतवाड़ी बन्दोबस्त सर्वप्रथम कहाँ क्रियान्वित हुआ ?
(A) बंगाल एवं बिहार में
(B) संयुक्त रात में
(C) मद्रास एवं बाम्बे में
(D) कलकत्ता में
कैप्टन रोड एवं मुनरो के प्रयास से रैयतवाड़ी बन्दोबस्त लागू हुआ । सर्वप्रथम रैयतवाड़ी व्यवस्था मद्रास के बारामहल जिले में लागू हुई तत्पश्चात् बम्बई के कुछ हिस्सो, बंगाल, आसाम और कुर्ग में लागू किया गया । रैयतवाड़ी व्यवस्था के अन्तर्गत भू-राजस्व की दर 33 से 55 प्रतिशत तक थी ।
3: भारतीय सम्पत्ति की ' इंग्लैण्ड में निकासी ' को अपने किस लेख में दादाभाई नौरोजी ने प्रथम बार प्रस्तुत किया था ?
(A) दी वाटस् एण्ड मीन्स ऑफ इण्डिया
(B) ऑन दी कॉमर्स ऑफ इण्डिया
(C) इंग्लैण्ड्स डेब्ट टू इण्डिया
(D) उपरोक्त में से कोई नहीं
दादाभाई नौरोजी ने अपने लेख तथा पुस्तक के माध्यम से भारत से धन निष्कासन या आर्थिक बहाव की तरफ लोगों का ध्यान आकृष्ट कराया । सर्वप्रथम उन्होंने इंग्लैण्ड्स डेब्ट टू इण्डिया (Englands debr to India) में ' भारतीय सम्पत्ति की इंग्लैण्ड में निकासी सिद्धान्त की व्याख्या की ।
4: सूची-I को सूची-II से सुमेलित कीजिए और निम्नलिखित कूट से सही उत्तर चुनिए-
सूची-I सूची-II
A. जोनाथन डंकन 1. महालवाड़ी बन्दोबस्त
B. टॉमस मुनरो 2. बंगाल का स्थायी बन्दोबस्त
C. कार्नवालिस 3. रैयतवाड़ी बन्दोबस्त
D. हाल्ट मेकेन्जी 4. बनारस का स्थायी बन्दोबस्त
कूट:
(A) A4, B3, C2, D1
(B) A1, B2, C3, D4
(C) A3, B1, C4, D2
(D) A2, B4, C1, D3
सही सुमेलित क्रम है-
जोनाथन डंकन-बनारस का स्थायी बन्दोबस्त
टॉमस मुनरो-रैयतवाड़ी बन्दोबस्त
कार्नवालिस-बंगाल का स्थायी बन्दोबस्त
हाल्ट मेकेन्जी–महालवाड़ी बन्दोबस्त
5: निम्नलिखित में से किस समाचार पत्र ने कहा था कि "भारत में रेल का विकास एक हथकड़ी है" ?
(A) सहचर
(B) दैनिक-ओ-समाचार चन्द्रिका
(C) मदोवृत
(D) इन्दु प्रकाश
"भारत में रेल का विकास एक हथकड़ी है" इस तरह का विचार समाचार पत्र सहचर ने प्रकाशित किया था । 1884 ई० के एक अंक में सहचर ने लिखा था कि "लौह पथों के विस्तार का अर्थ लौह बन्धन है ।"
6: स्थायी भूमि व्यवस्था में जमींदारों का हिस्सा होता था-
(A) 1 / 4 वाँ
(B) 1 / 6 वाँ
(C) 1 / 11 वाँ
(D) 1 / 12 वाँ
कार्नवालिस ने भूमि बन्दोबस्त में जमीदारों को लगान वसूलने का अधिकार दिया । अपनी सेवाओं के लिए जमींदारों का लगान का ग्यारहवाँ भाग अपने पास रखने का अधिकार था । शेष रकम सरकार के लिए थी ।
7: औपनिवेशिक भारत के आर्थिक इतिहास को किसने निम्न चार चरणों में विभाजित किया था ?
1. व्यापारिक पूँजीवाद
2. मुक्त व्यापार पूँजीवाद
3. औद्योगिक पूँजीवाद
4. वित्तीय पूँजीवाद
कूट:
(A) दादा भाई नौरोजी
(B) आर सी पन्त
(C) महादेव गोविन्द रानाडे
(D) कार्ल मार्क्स
कार्ल मार्क्स ने औपनिवेशिक भारत के इतिहास को तीन चरणों में बाँटा था-वाणिज्यिक चरण, औद्योगिक मुक्त व्यापार, वित्तीय पूँजीवाद । जबकि आर० सी० पन्त ने चार चरणों में विभाजित किया था ।
8: भू-राजस्व वसूली हेतु ठेका दिये जाने की प्रथा के लिए शब्दावली थी-
(A) ठेका
(B) इजारा
(C) जब्ती
(D) कनकूत
भू-राजस्व वसूली हेतु ठेका दिये जाने की प्रथा के लिए इजारा शब्दावली का प्रयोग किया गया था । जहाँदार शाह के समय, जुल्फिकार द्वारा इजारा अथवा भू राजस्व की बसूली को ठेके पर दिये जाने की प्रथा को बढ़ावा देने के कारण उत्तरोत्तर मुगल काल में कृषक वर्ग पर अत्याचारों में वृद्धि हुई । जबकि जब्ती व कनकूत भू-राजस्व वसूली की अन्य कर प्रणालियाँ थीं । जन्ती में भू-उत्पादन का 1/3 भाग कर के रूप में लिया जाता था । जबकि कनकूत या नस्क व्यवस्था में पिछले वर्षों की पैदावार और भुगतान का अन्दाजा लगाकर जमींदारों या भू-स्वामियों से लगान की व्यवस्था की जाती थी ।
9: निम्नलिखित में से किस इतिहासकार ने यह कहा है कि सन् 1765 ई 0 से 1772 ई० की अवधि में बंगाल की सरकार एक 'डाकू-राज्य' था ?
(A) के० एम० पणिक्कर
(B) जी० डब्ल्यू. फॉरेस्ट
(C) लॉर्ड मैकॉले
(D) नन्दलाल चटर्जी
द्वैध शासन की शुरूआत बंगाल में 1765 में हुई । द्वैध शासन के बारे में लॉर्ड कार्नवालिस ने कहा, "मैं पूर्ण विश्वास के साथ कह सकता हूं कि विश्व में कोई भी ऐसी सभ्य सरकार नही रही जो इतनी भ्रष्ट, विश्वासघाली और लोभी हो जितनी कि भारत की कम्पनी सरकार । इसी प्रकार 1765 से 1772 की अवधि को बंगाल की सरकार को के० एम० पणिक्कर ने 'डाकू-राज्य' कहा ।
10: स्थायी बन्दोबस्त लागू किया गया-
(A) 1774 ई. में
(B) 1790 ई. में
(C) 1791 ई. में
(D) 1793 ई. में
स्थायी बन्दोबस्त 1793 ई. में लागू किया गया । इसके अन्तर्गत समूचे ब्रिटिश भारत के क्षेत्रफल का लगभग 19 प्रतिशत हिस्सा शामिल था । यह व्यवस्था बंगाल, बिहार, उड़ीसा तथा उत्तर प्रदेश के वाराणसी तथा उत्तरी कर्नाटक के क्षेत्रों में लागू था । इस व्यवस्था के अन्तर्गत जमींदार जिन्हें भू-स्वामी के रूप में मान्यता प्राप्त थी, को अपने क्षेत्रों में भू-राजस्व के रूप में मान्यता प्राप्त थी, को अपने क्षेत्रों में भू-राजस्व वसूली कर उसका दसवाँ अथवा ग्यारहवाँ हिस्सा अपने पास रखना होता था, और शेष हिस्सा कम्पनी के पास जमा कराना होता था । इस व्यवस्था के अन्तर्गत जमींदार काश्तकारों से मनचाहा लगान वसूल करता था , और समय से लगान न देने वाले काश्तकारों से जमीन भी वापस छीन ली जाती थी, कुल मिलाकर काश्तकार पूरी तरह से जमींदारों की दया पर निर्भर होता था । इस व्यवस्था के लाभ के रूप में कम्पनी की आय का एक निश्चित हिस्सा तय हो गया , जिस पर फसल नष्ट होने का कोई असर नहीं पड़ता था ।
11: ईस्ट इण्डिया कम्पनी को किस मुगल सम्राट से दीवानी का अधिकार प्राप्त हुआ ?
(A) जहाँगीर
(B) औरंगजेब
(C) शाह आलम-II
(D) इनमें में से कोई नहीं
ईस्ट इण्डिया कम्पनी को मुगल सम्राट शाह आलम-II से दीवानी का अधिकार प्राप्त हुआ ।
12: बंगाल के निम्नलिखित शासकों का सही कालानुक्रम क्या है ?
1. शुजाउद्दीन
2. मुर्शिद कुली खान
3. सरफराज़ खान
4. अलीवर्दी खान
नीचे दिए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए-
(A) 2,1, 3, 4
(B) 1, 2, 4, 3
(C) 2 ,1, 4, 3
(D) 1, 2, 3, 4
बंगाल के शासकों का सही कालानुक्रम इस प्रकार है-
मुर्शिद कुली खान-1713-1727 ई.
शुजाउद्दीन खाँ-1727-1739 ई.
सरफराज खान-1739-1740 ई.
अलीवर्दी खान-1740-1756 ई.