कुंवर सिंह आरा के जगदीशपुर के जमींदार थे । इन्होंने 1857 के विद्रोह में बिहार में नेतृत्व किया था ।
2: किसने कहा था, मेरठ का विद्रोह गर्मी की आँधी की भांति अचानक एवं अल्पकालिक था ?
(A) सुरेन्द्रनाथ सेन
(B) रमेशचन्द्र मजूमदार
(C) शशिभूषण चौधरी
(D) विनायक दामोदर
इतिहासकार रमेशचन्द्र मजूमदार ने 1857 ई० के विद्रोह को स्वतन्त्रता संग्राम नहीं माना है । उन्होंने 'Sepoy Mutiny and the Revolt of 1857' पुस्तक में इस विद्रोह की व्याख्या की है । उन्होने कहा कि मेरठ का विद्रोह गर्मी की आँधी की भांति अचानक एवं अल्पकालिक था ।
3: वह पहला भारतीय इतिहासकार जिसने 1857 ई० के विप्लव को प्रथम राष्ट्रीय स्वतन्त्रता संग्राम नहीं माना निम्नलिखित में से कौन था ?
(A) ताराचन्द
(B) एस० एन० सेन
(C) आर० सी० मजूमदार
(D) उपरोक्त में से कोई नहीं
भारतीय इतिहासकार आर० सी० मजूमदार ने 1857 ई० के विप्लव को प्रथम राष्ट्रीय स्वतन्त्रता संग्राम नहीं माना । इन्होंने अपने लेख में कहा है कि 1857 ई० का विद्रोह स्वतन्त्रता संग्राम नहीं था यह सिपाहियों द्वारा किया गया विद्रोह था ।
4: निम्न में से किसे धोन्धू पन्त के नाम से भी जाना जाता था ?
(A) तात्या टोपे
(B) नाना साहब
(C) रामप्रताप
(D) पुरन्दर सिंह
कानपुर में 5 जून, 1857 को विद्रोह की शुरूआत हुई । यहाँ पर पेशवा बाजीराव द्वितीय के दत्तक पुत्र नाना साहब (घोन्यू पन्त) ने विद्रोह को नेतृत्व दिया । जिसमें उनकी सहायता तात्याँ टोपे ने की ।
5: 'भारतीय स्वतन्त्रता संघर्ष, 1857' पुस्तक किसने लिखी थी ?
(A) वी० डी० सावरकर
(B) आर० सी० मजूमदार
(C) एस० एन० सेन
(D) एस० बी० चौधरी
इतिहासकारों ने 1857 ई० के विद्रोह के स्वरूप के विषय में भिन्न - भिन्न मत प्रकट किए हैं । बेंजामिन डिजरायली ने इसे एक राष्ट्रीय विद्रोह की संज्ञा दी है । अशोक मेहता ने भी अपनी पुस्तक 'द ग्रेट रिबेलियन' में इस विद्रोह का स्वरूप राष्ट्रीय सिद्ध किया । वी० डी० सावरकर ने इस विद्रोह को सुनियोजित स्वतन्त्रता संग्राम कहा तथा 'भारतीय स्वतन्त्रता संघर्ष 1857' नाम से एक पुस्तक लिखी ।
6: निम्नलिखित में से किस इतिहासकार ने 1857 के आन्दोलन के प्रकृति के विषय में लिखा है कि “यह न तो प्रथम, न राष्ट्रीय और न ही स्वतन्त्रता संग्राम था ।"
(A) टी० आर० होल्म्स
(B) आर० सी० मजूमदार
(C) एस० बी० चौधरी
(D) जी० बी० मैलेसन
1857 के आन्दोलन की प्रकृति के विषय में लिखा गया उपरोक्त कथन “यह न तो प्रथम, न राष्ट्रीय और न ही स्वतन्त्रता संग्राम था' आर० सी० मजूमदार द्वारा अपनी पुस्तक "British Paramounty and Indian Renaissance Part-I" में स्पष्ट किया है ।
7: 1857 ई० के विद्रोह के दौरान अंग्रेजों का साथ नहीं दिया था-
(A) दोस्त मोहम्मद ने
(B) सर खान बहादुर खान ने
(C) सर दिनकर राव ने
(D) सलारजंग ने
1857 ई ० के विद्रोह में अंग्रेजों का साथ खान बहादुर खान ने नहीं दिया था । बरेली में रुहेलखण्ड के भूतपूर्व शासक के उत्तराधिकारी खान बहादुर ने रहनुमाई की । हालांकि ब्रिटिश पेन्शन पर गुजर- बसर कर रहे खान बहादुर ने शुरू में इसमें कोई दिलचस्पी नहीं ली थी । सच तो यह है कि शुरू में उन्होंने कमिश्नर को विद्रोहियों की गतिविधियों के बारे में चेतावनी दी थी । लेकिन विद्रोह की लहर के फैलते ही उन्होंने खुद प्रशासन सम्भाल लिया और करीब 40 हजार सैनिकों को संगठित कर अपनी मजबूत सेना बनाई और अंग्रेजों का कड़ा मुकाबला किया ।
8: 1857 ई० के विद्रोह में शामिल थे-
(A) कृषक एवं कारीगर
(B) साहूकार
(C) व्यापारी
(D) इनमें से कोई नहीं
1857 ई० के विद्रोह में इनमें से कोई शामिल नहीं था । 1857 ई० के विद्रोह की असफलता के बहुत से कारण थे । उन सभी कारणों में से एक कारण था — जन समर्थन का अभाव । शिक्षित वर्ग, व्यापारी (बनिया) वर्ग एवं कृषकों की बहुसंख्या ने विद्रोहियों का साथ नहीं दिया ।
9: 1857 ई ० के विद्रोह के कारणों पर 'असबाब-बगावते हिन्द' भारतीय भाषा में किसी भारतीय द्वारा लिखी गई पहली पुस्तक थी । इसके रचयिता कौन थे ?
(A) सर सैयद अहमद खाँ
(B) मिर्जा असदउल्ला खाँ गालिब
(C) मौलाना अबुल कलाम आजाद
(D) सर मोहम्मद इकबाल
1857 ई० के विद्रोह के कारणों पर किसी भारतीय भाषा में किसी भारतीय द्वारा लिखी गई प्रथम पुस्तक थी — 'असबाब बगावते हिन्द' । इस पुस्तक की रचना सर सैयद अहमद खाँ ने की थी ।
10: निम्नलिखित में से किस वर्ष इनफील्ड राइफल भारत में प्रवर्तित की गई ?
(A) 1852
(B) 1853
(C) 1854
(D) 1856
भारत में इनफील्ड राइफल का प्रवर्तन 1856 ई० में किया गया । इस राइफल की कारतूस में गाय तथा सूअर की चर्बी लगी होती थी तथा उपयोग करते समय इसे मुँह से काटना पड़ता था ।
11: 1857 ई. में लखनऊ में विद्रोह (Revolt) का नेतृत्व किसने किया ?
(A) ताँत्या टोपे
(B) मौलवी अहमदुल्लाह शाह
(C) बिरजिस कादिर
(D) बेगम हजरत महल
1857 ई. में लखनऊ में विद्रोह का नेतृत्व बेगम हजरत महल ने किया था । बेगम हजरत महल अवध की बेगम थीं । अंग्रेजों के द्वारा 1856 ई. में कुशासन के नाम पर अवध के विलय तथा वहाँ किए गए अत्याचार के कारण अवध में असन्तोष व्याप्त था । बेगम हजरत महल ने 1857 ई. में विद्रोह प्रारम्भ होने पर वाजिद अलीशाह के साथ मिलकर विद्रोह कर दिया तथा अपने पुत्र बिरजिस कादिर को अवध का नवाब घोषित कर दिया ।
12: 1857 की क्रान्ति से सम्बन्धित निम्नलिखित में से कौन-सी जोडी सही सुमेलित है ?
(A) विद्रोही स्थल-कानपुर - विद्रोह के नेता- रानी लक्ष्मीबाई
(B) विद्रोही स्थल-झाँसी - विद्रोह के नेता-नाना साहब
(C) विद्रोही स्थल-लखनऊ - विद्रोह के नेता-बेगम हजरत महल
(D) विद्रोही स्थल-दिल्ली - विद्रोह के नेता-तात्या टोपे
1857 ई० की क्रान्ति में लखनऊ में विद्रोह का नेतृत्व बेगम हजरत महल ने किया और अपने अल्पवयस्क पुत्र बिरजिस कादिर को नवाब घोषित कर दिया । कानपुर में विद्रोह का नेतृत्व अन्तिम पेशवा बाजीराव द्वितीय के दत्तक पुत्र नाना साहब ने किया । इनका वास्तविक नाम घोदू पन्त था । झाँसी में विद्रोह का नेतृत्व रानी लक्ष्मीबाई ने किया । झांसी में गंगाधर राव की विधवा लक्ष्मीबाई अपने दत्तक पत्र दामोदर राव को झाँसी की गद्दी न दिये जाने से नाराज थी । दिल्ली में विद्रोह की कमान अन्तिम मुगल सम्राट 'बहादुर शाह जफर' ने सम्भाली थी ।
13: मंगल पाण्डे को सर्वप्रथम एक लश्कर से कहाँ ज्ञात हुआ कि इनफील्ड राइफल में प्रयुक्त होने वाली कारतूस गाय एवं सूअर की चर्बी से चिकनी की गई थी ?
(A) कलकत्ता
(B) दमदम
(C) अम्बाला
(D) बैरकपुर
पश्चिम बंगाल के बैरकपुर में एक लश्कर से मंगल पाण्डे को ची लगे कारतूस की पर्याप्त जानकारी मिली थी ।