1: निम्नलिखित में से किसने बड़ी बुद्धिमानी के साथ अलीपुर षड्यंत्र मामले में अरविंद घोष का बचाव किया?
(A) चितरंजन दास
(B) डब्ल्यू.सी. बनर्जी
(C) मोतीलाल नेहरू
(D) तेज बहादुर सप्रू
अलीपुर षड्यंत्र मामले (1908) में अरबिंद घोष और उनके भाई बारींद्र घोष सहित 34 लोग अवैध हथियार रखने के आरोप में गिरफ्तार हुए थे। इस मामले में 15 लोगों को सजा हुई थी, परन्तु अरबिंद घोष रिहा कर दिए गए थे। इस मामले में अरबिंद घोष का बचाव एड़ी-चोटी का जोर लगाकर चितरंजन दास ने किया था।
2: मुजफ्फरपुर बम कांड (1908) का संबंध इनमें से किसके साथ है?
(A) सावरकर
(B) अजीत सिंह
(C) प्रफुल्ल चाकी
(D) बिपिन चंद्र पाल
30 अप्रैल, 1908 को बिहार के मुजफ्फरपुर में खुदीराम बोस और प्रफुल्ल चाकी ने किंग्सफोर्ड पर बम फेंका परन्तु किंग्सफोर्ड बच गया और दुर्भाग्य से राष्ट्रीय आंदोलन से हमदर्दी रखने वाले मिस्टर कैनेडी की पत्नी एवं पुत्री मारी गईं। प्रफुल्ल चाकी ने पुलिस से बचने के लिए आत्महत्या कर ली तथा खुदीराम बोस को गिरफ्तार कर फांसी दे दी गई।
3: वह कौन थे जिन्होंने ‘अनुशीलन समिति’ की स्थापना की थी?
(A) पी. मित्रा
(B) बारींद्र घोष
(C) वी.डी. सावरकर
(D) नरेंद्र गोसांई
अनुशीलन समिति की स्थापना मूलतः प्रथम मित्रा (पी. मित्रा) और पुलिन दास द्वारा की गई थी। बारींद्र कुमार घोष तथा भूपेन्द्र नाथ दत्त के सहयोग से वर्ष 1907 में कलकत्ता में क्रान्तिकारी संगठन के रूप में ‘अनुशीलन समिति’ का पुनर्गठन किया गया। अरबिंद घोष भी इससे जुड़े थे। काम की सरलता के लिए इसका दूसरा कार्यालय ढाका में वर्ष 1908 में खोला गया।
4: निम्नलिखित कथनों में से कौन-सा/कौन-से कथन वी.डी. सावरकर के बारे में सही हैं?
1. उन्होंने ‘अभिनव भारत’ नामक क्रांतिकारी संगठन की स्थापना की।
2. भारतीय राष्ट्रवादियों को प्रेरित करने के उद्देश्य से उन्होंने मैजिनी की जीवनी लिखी।
3. उन्होंने ‘भारत का स्वतंत्रता संग्राम 1857’ नामक पुस्तक लिखी, जो 1857 के विद्रोह का एक राष्ट्रवादी दृष्टिकोण प्रदान करती है।
4. ब्रिटिश कैद से मुक्त होने के लिए वे एक चलते जहाज से कूद पड़े।
सही उत्तर चुनिए-
(A) 1, 2, 3 और 4
(B) केवल 3 और 4
(C) केवल 1, 3 और 4
(D) केवल 1 और 4
वी.डी. सावरकर तथा गणेश सावरकर ने ‘मित्र मेला’ नामक संगठन शुरू किया। वर्ष 1904 में मित्र मेला के 200 सदस्य नासिक में एकत्र हुए तथा सावरकर ने मित्र मेला का नाम बदलकर ‘अभिनव भारत’ करने की घोषणा की। सावरकर ने 28 सितंबर, 1906 को मैजिनी की जीवनी को पूरा किया। उन्होंने भारत का स्वतंत्रता संग्राम 1857 नामक पुस्तक लिखी। सावरकर को इंग्लैण्ड से भारत एस.एस. मोरिआ नामक जहाज से लाया जा रहा था। जब 8 जुलाई, 1910 को जहाज मारसेलेस बंदरगाह पहुंचा तो ब्रिटिश कैद से मुक्त होने के लिए वह चलते जहाज से कूद पड़े, परन्तु सावरकर पुनः गिरफ्तार कर लिए गए।
5: वी.डी. सावरकर द्वारा स्थापित गुप्त संगठन था-
(A) युगांतर समिति
(B) अनुशीलन समिति
(C) हिंदुस्तान रिपब्लिकन एसोसिएशन
(D) अभिनव भारत
अभिनव भारत
स्थापना वर्ष - 1904 ई.
संस्थापक - नासिक (महाराष्ट्र)
संस्थापक - वी.डी. सावरकर
वी.डी. सावरकर (विनायक दामोदर सावरकर) द्वारा 1899 ई. में स्थापित ‘मित्र मेला’ ही 1904 में एक गुप्त सभा ‘अभिनव भारत’ में परिवर्तित हो गई।
6: ‘अभिनव भारत’ से कौन संबंधित है?
(A) वी.डी. सावरकर
(B) सी.आर. दास
(C) बी.जी. तिलक
(D) एस.सी. बोस
अभिनव भारत
स्थापना वर्ष - 1904 ई.
स्थान - नासिक (महाराष्ट्र)
संस्थापक . वी.डी. सावरकर
वी.डी. सावरकर (विनायक दामोदर सावरकर) द्वारा 1899 ई. में स्थापित 'मित्र मेला' ही 1904 में एक गुप्त सभा अभिनव भारत' में परिवर्तित हो गई।
7: महात्मा गांधी के साथ निम्न मुसलमानों में से किसने बाल गंगाधर तिलक की अर्थी उठाई थी?
(A) शौकत अली
(B) मोहम्मद अली
(C) मौलाना ए.के. आजाद
(D) एम.ए. अंसारी
बाल गंगाधर तिलक की 1 अगस्त, 1920 को हुई मृत्यु के बाद उनकी अर्थी को महात्मा गांधी के साथ मौलाना शौकत अली तथा डाॅ. सैफुद्दीन किचलू ने उठाया था। मौलाना हसरत मोहानी ने उस समय शोक गीत पढ़ा था।
8: भारतीय मुसलमान सामान्य रूप से उग्रवादी आंदोलन की ओर आकर्षित नहीं हुए, इसका कारण था-
(A) उन परसर सैयद अहमद खां का प्रभाव
(B) उग्रवादी नेताओं का मुस्लिम विरोधी दृष्टिकोण
(C) मुस्लिम आकांक्षाओं के प्रति उदासीनता का भाव
(D) उग्रवादियों की हिंदू अतीत का राग अलापने की नीति
भारतीय मुसलमान, सामान्य रूप से उग्रवादी आंदोलन की ओर आकर्षित नहीं हुए क्योंकि उग्रवादी नेता हिंदू अतीत को वापस लाने की बात करते थे। अरबिंद घोष ने कहा ‘‘स्वतंत्रता हमारे जीवन का उद्देश्य है और हिंदू धर्म ही हमारे इस उद्देश्य की पूर्ति करेगा। राष्ट्रीयता एक धर्म है और वह ईश्वर की देन है।’’
9: निम्नलिखित नेताओं में से कौन एक ‘स्वदेशी’ के समर्थक थे?
(A) अरबिंद घोष
(B) फिरोजशाह मेहता
(C) दादाभाई नौरोजी
(D) सुभाष चंद्र बोस
बंगाल के विभाजन के विरोध में चलाए गए 'स्वदेशी आंदोलन' के अरबिंद घोष प्रमख नेता थे। इस आंदोलन के अन्य प्रमुख नेता लाला लाजपत राय (महाराष्ट्र) तथा बिपिन चंद्र पाल (बंगाल) थे।
10: निम्न में कौन मध्यममार्गी नहीं था?
(A) गोपाल कृष्ण गोखले
(B) बाल गंगाधर तिलक
(C) ए.ओ. ह्यूम
(D) मदन मोहन मालवीय
कांग्रेस की प्रारंभिक उदारवादी अथवा मध्यममार्गी नीतियों से नव राष्ट्रवादियों के रूप में प्रसिद्ध लाल, बाल, पाल का मोह भंग हो गया। बाल गंगाधर तिलक इस नई विचारधारा के अग्रदूत थे। वे मध्यममार्गी न होकर उग्र नीतियों के समर्थक थे।
11: निम्नलिखित में से कौन एक उग्रवादी था?
(A) फिरोजशाह मेहता
(B) गोपाल कृष्ण गोखले
(C) बिपिन चंद्र पाल
(D) उपर्युक्त में से कोई नहीं
अरबिंद घोष कांग्रेस के उग्रवादी विचारधारा अथवा गरम पक्ष के नेता थे। वे गरम दल के चार स्तंभों (लाला लाजपत राय, बाल गंगाधर तिलक, बिपिनचंद्र पाल और अरबिंद घोष) में से एक थे। 1893-94 ई. में अपने एक लेख में उन्होंने कहा था कि कांग्रेस श्रमिक वर्ग से दूर है, अराष्ट्रवादी है और पूर्णतया असफल रही है तथा इसकी शासकों के अप्रसन्न होने के भय से स्पष्ट न कहने की नीति को उन्होंने कायरता की संज्ञा दी। उनके अनुसार कांग्रेस क्षय रोग से मरने वाली है। वर्ष 1908 में पुलिस द्वारा मणिकतल्ला उद्यान में छापा मार कर जिन 34 लोगों को गिरफ्तार किया गया उनमें अरबिंद घोष भी थे। सभी के ऊपर, अलीपुर षड्यंत्र मामले के अंतर्गत मुकदमा चला। अरबिंद घोष को एक वर्ष की सजा हुई किंतु बाद में साक्ष्य के अभाव में उन्हें छोड़ दिया गया। कालांतर में वे क्रांतिकारी क्रियाकलापों से अलग होकर संन्यासी बन गए तथा पांडिवेरी चले गएए।
12: भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन गरमपंथियों के प्रभावाधीन आया-
(A) 1906 के बाद
(B) 1909 के बाद
(C) 1914 के बाद
(D) 1919 के बाद
वर्ष 1906 के बाद भारतीय राजनीति में कांग्रेस के भीतर गरम दल का प्रभाव बढ़ा। गरम दल का नेतृत्व प्रमुख कांग्रेसी नेताओं-बाल गंगाधर तिलक, लाल लाजपत राय, बिपिनचंद्र पाल तथा अरबिंद घोष ने मिलकर किया। इन नेताओं ने स्वराज्य को अपना लक्ष्य बनाया। तिलक ने नारा दिया-‘‘स्वराज्य मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है और मैं इसे लेकर रहूंगा।’’
13: किसने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पर प्रार्थना, याचना तथा विरोध की राजनीति करने का आरोप लगाया ?
(A) लाला हरदयाल
(B) बाल गंगाधर तिलक
(C) सुभाष चंद्र बोस
(D) सरदार भगत सिंह
वर्ष 1906 के बाद भारतीय राजनीति में कांग्रेस के अंदर उग्रवादी दल के उदय के साथ-साथ देश में क्रांतिकारी उग्रवादी दलों का आविर्भाव हुआ। उग्रवादी विचारधारा के चार प्रमुख नेता थे-बाल गंगाधर तिलक, लाला लाजपत राय, विपिनचंद्र पाल तथा अरविंद घोष। इन नेताओं ने स्वराज्य प्राप्ति को ही अपना लक्ष्य बनाया। उन्हें उदारवादी नेताओं की तरह संवैधानिक दायरे के अंदर अपनी मांगें मनवाने में विश्वास नहीं था। तिलक ने कहा कि-‘‘हमारा उद्देश्य आत्मनिर्भरता है, भिक्षावृत्ति नहीं।’’ उन्होंने कांग्रेस पर प्रार्थना, याचना तथा विरोध की राजनीति करने का आरोप लगाया।
14: निम्नलिखित में से किसने 1904 से लगातार भारत को ‘स्वशासन’ देने पर बल दिया ?
(A) एस.एन. बनर्जी
(B) अरबिंद घोष
(C) फिरोजशाह मेहता
(D) दादाभाई नौरोजी
वर्ष 1904 में दादाभाई नौरोजी ने भारत के लिए ‘स्वशासन’ या ‘स्वराज’ की मांग की। वर्ष 1906 में कांग्रेस के कलकत्ता अधिवेशन में इनकी अध्यक्षता में स्वदेशी आंदोलन, बहिष्कार आंदोलन, राष्ट्रीय शिक्षा और स्वशासन से संबद्ध चार प्रस्ताव पारित किया गया।
दादाभाई नौरोजी (4 सितंबर 1825 - 30 जून 1917) एक भारतीय राजनीतिक नेता, व्यापारी, विद्वान और लेखक थे. उन्हें "भारत के ग्रैंड ओल्ड मैन" और "भारत के अनौपचारिक राजदूत" के नाम से भी जाना जाता है. वे ब्रिटिशकालीन भारत के एक पारसी बुद्धिजीवी, शिक्षाशास्त्री, कपास के व्यापारी और शुरुआती राजनीतिक और सामाजिक नेता थे.
15: कांग्रेस के नरम-दल के नेताओं की आंदोलन की कौन-सी पद्धति थी ?
(A) असहयोग
(B) राजावांमबध्य आंदोलन
(C) अनुकूल प्रविघटन
(D) अविधेयक
कांग्रेस के नरम दल के नेताओं की आंदोलन की प्रमुख पद्धति राजवांमबध्य आंदोलन अर्थात प्रशासन में भारतीयों की भागीदारी की मांग तथा जनता में राजनीतिक जागरूकता उत्पन्न करना था।
16: कांग्रेस के एक अधिवेशन में एक गवर्नर जनरल ने भाग लिया था। उक्त गवर्नर जनरल तथा अधिवेशन स्थल निम्न में से कौन-सा था?
(A) लाॅर्ड इरविन - कराची - 1931
(B) लाॅर्ड विलिंगटन - बंबई - 1915
(C) लाॅर्ड डफरिन - बंबई - 1885
(D) लाॅर्ड हार्डिंग . लखनऊ - 1916
लाॅर्ड विलिंगटन ने कांग्रेस के 31वें अधिवेशन में भाग लिया था। इस दौरान वह बंबई का गवर्नर था। यह अधिवेशन बंबई में वर्ष 1915 में आयोजित किया गया। ध्यातव्य है कि तब विलिंगटन गवर्नर जनरल नहीं था। भारत के गवर्नर जनरल एवं वायसराय के रूप में उसका कार्यकाल वर्ष 1931-36 था।
17: किसने कहा था ‘कांग्रेस आंदोलन न तो लोगों द्वारा प्रेरित था, न ही यह उनके द्वारा सोचा या योजनाबद्ध किया गया था’?
(A) लाॅर्ड डफरिन
(B) सर सैयद अहमद खां
(C) लाॅर्ड कर्जन
(D) लाला लाजपत राय
1888 ई0 में सर सैयद अहमद खां ने एक संयुक्त भारतीय राजभक्त सभा बनाई, जिसका उद्देश्य कांग्रेस के प्रचार को निष्फल करना था और लोगों को कांग्रेस से दूर रखना था। सैयद अहमद खां ने कहा था-‘‘कांग्रेस आंदोलन न तो लोगों द्वारा प्रेरित था, न ही यह उनके द्वारा सोचा या योजनाबद्ध किया गया था।’’
सर सैयद अहमद खान के बारे में कुछ और बातें:
• वे 19वीं सदी के अंत में भारतीय इस्लाम के पुनरुद्धार के पीछे प्रमुख प्रेरक शक्ति थे.
• वे एक धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र के रूप में भारत की कल्पना करने वाले भारतीय नेताओं में सबसे अग्रणी थे.
• उन्होंने 1857 के प्रथम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के समय ब्रिटिश साम्राज्य के वफ़ादार बने रहे और उन्होंने बहुत से यूरोपियों की जान बचाई.
• उन्होंने 1858 में मुरादाबाद में आधुनिक मदरसे की स्थापना की.
• उन्होंने 1862 से 1864 तक गाज़ीपुर में जिला जज के रूप में कार्य किया.
• उन्होंने साइंटिफ़िक सोसाइटी और विक्टोरिया स्कूल की स्थापना की.
18: कांग्रेस के लिए समर्थन प्राप्त करने के लिए 1889 ई. में एक समिति स्थापित की गई। निम्न में से उस समिति का सभापति था-
(A) सर डब्ल्यू. वेडरबर्न
(B) विलियम डिग्बी
(C) दादाभाई नौरोजी
(D) डब्ल्यू.सी. बनर्जी
कांग्रेस के लिए समर्थन प्राप्त करने के उद्देश्य से जुलाई, 1889 में लंदन में विलियम डिग्बी की अध्यक्षता में ‘ब्रिटिश कमेटी आफ इंडिया’ की स्थापना की गई। यह ‘इंडियन नेशनल कांग्रेस’ की एक समिति थी। इस समिति ने भारतीय मामलों से अंग्रेजों को अवगत कराने के उद्देश्य से ‘इंडिया’ नामक साप्ताहिक पत्र निकाला।
19: निम्नलिखित में से कौन भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के स्थापना अधिवेशन में उपस्थित नहीं था ?
(A) दादाभाई नौरोजी
(B) जी. सुब्रमण्यम अय्यर
(C) जस्टिस रानाडे
(D) सुरेंद्रनाथ बनर्जी
1876 में बंगाल के युवा राष्ट्रवादियों ने सुरेंद्रनाथ बनर्जी और आनंद मोहन बोस के नेतृत्व में इंडियन एसोसिएशन का गठन किया। दिसंबर, 1883 में इंडियन एसोसिएशन ने ‘अखिल भारतीय राष्ट्रीय सम्मेलन’ (इंडियन नेशनल काॅन्फ्रेंस) का आयोजन किया। दूसरा सम्मेलन दिसंबर, 1885 में कलकत्ता में हुआ जिसकी अध्यक्षता सुरेंद्रनाथ बनर्जी ने की। यही कारण था कि अखिल भारतीय राष्ट्रीय सम्मेलन से जुड़े सुरेंद्रनाथ बनर्जी 1885 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के स्थापना सत्र में शामिल नहीं हुए थे।
20: किसने कांग्रेस को सूक्ष्मदर्शीय अल्पसंख्यक जनता का प्रतिनिधि बताते हुए उसका मजाक उड़ाया था?
(A) लाॅर्ड रिपन ने
(B) लाॅर्ड डफरिन ने
(C) लाॅर्ड कर्जन ने
(D) लाॅर्ड वेलेजली ने
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना (1885) के समय भारत का वायसराय लाॅर्ड डफरिन (1884-1888) था। उसने कांग्रेस का यह कहकर मजाक उड़ाया था कि यह ‘सूक्ष्मदर्शी अल्पसंख्यकों की संस्था’ है।
21: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का 1885 में महासचिव कौन था ?
(A) ए.ओ. ह्यूम
(B) दादाभाई नौरोजी
(C) डब्ल्यू.सी. बनर्जी
(D) फिरोज शाह मेहता
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के 1885 ई0 में महासचिव (सचिव) ए.ओ. ह्यूम थे। इन्होंने ही कांग्रेस का गठन किया। डब्ल्यू.सी. बनर्जी 1885 ई. में कांग्रेस के प्रथम अधिवेशन के अध्यक्ष थे।
22: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रथम अधिवेशन में कितने प्रतिनिधियों ने भाग लिया?
(A) 52
(B) 62
(C) 72
(D) 82
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना 1885 ई0 में ए.ओ.ह्यूम द्वारा की गई थी, जो एक अवकाश प्राप्त अंग्रेज अधिकारी थे। इसका पहला अधिवेशन 28 दिसंबर, 1885 को बंबई स्थित गोकुलदास तेजपाल संस्कृत विद्यालय में आयोजित किया गया। इसमें कुल 72 प्रतिनिधियों ने भाग लिया। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के पहले अधिवेशन की अध्यक्षता व्योमेश चंद्र बनर्जी (डब्ल्यू0सी0 बनर्जी) ने की थी तथा इसके प्रथम महासचिव स्वयं ए0ओ0 ह्यूम थे।
23: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना की थी-
(A) ए0ओ0 ह्यूम ने
(B) महात्मा गांधी ने
(C) सच्चिदानंद सिंहा
(D) इनमें से कोई नहीं
एलन आक्टेवियन ह्यूम (ए0ओ0 ह्यूम) भारतीय सिविल सेना के सेवानिवृत्त ब्रिटिश अधिकारी थे। ये शिमला में बस गए थे। 1884 में इन्होंने भारतीय राष्ट्रीय संघ की स्थापना की, जो कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का अग्रदूत था।