P4/Q2.राकेश जिला स्तर का एक जिम्मेदार अधिकारी है, जिस पर उसके उच्च अधिकारी भरोसा करते हैं. उसकी ईमानदारी को ध्यान में रखते हुए सरकार ने उसे वरिष्ठ नागरिकों के लिए एक स्वास्थ्य देखभाल योजना के लाभार्थियों की पहचान करने का दायित्व सौंपा है.
लाभार्थी होने के लिए निम्नलिखित कसौटियाँ हैं :
अ) 60 वर्ष की या उससे अधिक आयु हो.
ब) किसी आरक्षित समुदाय से सम्बंधित हो.
स) परिवार की वार्षिक आय एक लाख रु. से कम हो.
द) इलाज के बाद लाभार्थी के जीवन की गुणवत्ता में सकारात्मक अंतर होने की प्रबल संभावना हो.
एक दिन एक वृद्ध दम्पत्ति राकेश के कार्यालय में योजना के लाभ के लिए आवेदन-पत्र ले कर आया. वे उसके जिले के एक गाँव में जन्म से रहते आये हैं. वृद्ध व्यक्ति की बड़ी आँत में एक ऐसे विरले विकार का पता लगा जिससे उसमें रुकावट पैदा होती है. परिणामस्वरूप, उसके पेट में बार-बार तीव्र पीड़ा होती है जिससे वह कोई शारीरिक श्रम नहीं कर सकता है. वृद्ध व्यक्ति की देख-रेख करने के लिए कोई सन्तान नहीं है. एक विशेषज्ञ शल्य चिकित्सक, जिससे वे मिले हैं, बिना फीस के उनकी शल्य चिकित्सा करने को तैयार है. फिर भी, उस वृद्ध दम्पत्ति को आकस्मिक व्यय, जैसे दवाइयाँ, अस्पताल का खर्च, आदि जो लगभग 1 लाख रु. होगा, स्वयं ही वहन करना पड़ेगा. दम्पत्ति मानक “ब” के अलावा योजना का लाभ प्राप्त करने की सारी कसौटियाँ पूरी करता है. फिर भी, किसी भी प्रकार की वित्तीय सहायता निश्चित तौर पर उनके जीवन की गुणवत्ता में काफी अंतर पैदा करेगी. राकेश को इस परिस्थिति में क्या अनुक्रिया करनी चाहिए? (200 शब्द)
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